भारत में हर वर्ष 16 मार्च को National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025 के रूप में मनाया जाता है|भारत में यह वर्ष 1995 से लगातार राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के रूप में मनाया जा रहा है|यह दिन भारत में टीकाकरण अभियानों और स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता फ़ैलाने का अवसर प्रदान करता है|इस अवसर पर स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता घर-घर जा कर एवं शिविरों के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के महत्व,लाभों के बारे में जागरूक करते हैं|यह दिन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों को याद करने का अवसर भी है|टीकाकरण का उद्देश्य टीकाकरण से विभिन्न गंभीर बीमारियों से बचाना है| इस दिन को अन्य नाम National Immunization Day(राष्ट्रीय प्रतिरक्षा दिवस) के नाम से भी जाना जाता है|
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025 का इतिहास
भारत वर्ष 1995 में देश में पोलियो जैसे गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए पहली बार 16 मार्च को ही ओरल वैक्सीन के माध्यम से पहली खुराक दी गई थी|भारत में इसी दिन ‘पल्स पोलियो अभियान’ की शुरुआत की गई थी|इसी लिए भारत में National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) के रूप में प्रत्येक वर्ष 16 मार्च को मनाया जाता है|भारत में पोलियो से उन्मूलन के लिए 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 2 बूँद ओरल खुराक दी गई|जिसका विषय था-“दो बूँद जिंदगी की”|भारत सरकार एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों से पल्स पोलियो के अभियान के तहत पोलियो जैसे गंभीर बीमारी से लड़ा और मुक्त हुआ|इसके फलस्वरूप वर्ष 2014 में World Health Organization(विश्व स्वास्थ्य संगठन) द्वारा भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया गया|
World Health Organization(विश्व स्वास्थ्य संगठन) द्वारा वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल के तहत भारत में पहली खुराक दी गई,जिसकी शुरुआत वर्ष 1988 में हुआ था|यह दिन संक्रामक एवं सबसे गंभीर बीमारी चेचक के उन्मूलन के लिए World Health Organization(विश्व स्वास्थ्य संगठन) के नेतृत्व में टीकाकरण के अभियान को भी याद करने का अवसर है|
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025 का उद्देश्य
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) का उद्देश्य सर्व जन के स्वास्थ्य और बिमारियों से बचानें में टीकाकरण के महत्व,जागरूकता एवं प्रोत्साहन प्रदान करना है|यह अभियान समुदायों को टीकाकरण से होने वाले लाभ एवं संक्रामक रोंगों से बचाने में टीकाकरण के महत्व को बताता है|यह दिन टीकाकरण से होने वाले लाभ एवं सुरक्षा के प्रति जागरूकता फ़ैलाने जा अवसर है|जिससे की खतरनाक बिमारियों जैसे चेचक,खसरा,डिप्थीरिया आदि से बचा जा सकता है| पिछले कुछ सालों में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से vaccination(टीकाकरण) के माध्यम से ही निजात पाया जा सका|
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025:क्या है टीकाकरण
Vaccination(टीकाकरण) एक ऐसी विज्ञानिक पद्धति है,जिसमें किसी व्यक्ति को रोग के प्रति लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए टीका का प्रयोग किया जाता है|यह शारीर को रोगों से बचाव करने में सहायता प्रदान करता है,जिससे कि भविष्य में होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके|टीकाकरण के माध्यम से कई गंभीर एवं जानलेवा बीमारियों एवं महामारियों से बचा जा सकता है|
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025:दुनिया एवं भारत में प्रथम टीका
विश्व में सर्वप्रथम वर्ष 1796 में एडवर्ड जेनर द्वारा चेचक(Smallpox) का टीका विकसित किया गया|इसके तहत उन्होंने vaccination(टीकाकरण) प्रक्रिया की शुरुआत की|एडवर्ड जेनर सर्वप्रथम एक 8 वर्षीय बालक जेम्स फिप्स को टीकाकरण दिया गया था|भारत में सर्वप्रथम वर्ष 1983 में चेचक के खिलाप शुरू हुआ था|इसके बाद कई टीकाकरण बीसीजी,पल्स पोलियो आदि टीकाकरण अभियान चलाये गये|

National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025:टीकाकरण से सम्बंधित अन्य बातें

- Vaccination(टीकाकरण) के माध्यम से कई गंभीर बीमारियों एवं महामारियों से बचाव करने में मदद करता है, जैसे-पोलियो,टिटनेस,डिप्थीरिया,टीबी,काली खांसी,Covid-19,हेपेटाइटिस बी,कैंसर आदि|
- Vaccination(टीकाकरण) महामारियों के दौरान,यात्रा से पहले,गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों एवं अन्य परिस्थितियों में किया जाता है|
- Vaccination(टीकाकरण) की मदद से संक्रामक बिमारियों से सुरक्षा,रोगों के खिलाप प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत एवं मृत्यु दर को कम किया जा सकता है|
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025:टीके(Vaccines) के प्रकार

ऐसे कई तरीके हैं,जिनकें माध्यम से रोगों से लड़ने मदद मिलती है–
- निष्क्रिय या मृत टीके:इसके अंतर्गत टायफायड का टीका,हेपेटाइटिस ए का टीका,.रेबीज का टीका,इन्फ्लुएंजा का टीका एवं अन्य टीके(Vaccines) आते हैं|
- जीवित क्षीणित टीकें:रोटावायरस के टीके,पोलियो(ओरल दिए जाने वाले) के टीके,बीसीजी का टीका,खसरा का टीका एवं अन्य जीवित क्षीणित टीकें के अंतर्गत दिए जाने वाले टीके(Vaccines) हैं|
- सबयूनिट या अकोशिकीय टीके:हेपेटाइटिस बी का टीका,एचपीबी का टीका,टेटनस का टीका,डिप्थीरिया का टीका एवं अन्य टीके सबयूनिट या अकोशिकीय टीके(Vaccines) के अंतर्गत आते हैं|
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